करीब 118 साल के बाद खोला जा रहा है ओडिशा स्थित कोणार्क सूर्य मंदिर का गर्भ गृह। मंदिर के मुखशाला परिसर में दबी मिट्टी को सुरक्षित रूप से निकाले जाने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। करीब 118 साल पहले अंग्रेजों ने इसे गिरने से बचाने के लिए इसको मिट्टी से भर दिया था। मेहंदीपुर बालाजी मंदिर में कोरोना संक्रमण को देखते हुए। मंदिर में फूल माला, प्रसाद सहित अन्य पूजन सामग्री को अंदर ले जाने पर पूर्णतया रोक लगा दी गई है। कोरोना की आरटीपीसीआर रिपोर्ट को अनिवार्य कर दिया गया है। साथ ही बिना मास्क के मंदिर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। कोरोना की संभावित तीसरी लहर के बीच विश्व धरोहर महाबोधि मंदिर को एक बार फिर आम लोगों के लिए बंद कर दिया गया है। 21 जनवरी तक मंदिरों में सार्वजनिक प्रवेश पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा। इस दौरान मंदिर में केवल पूजा और सफाई होगी। अब बस्ती जिले के मखौड़ा धाम को रामेश्वरम से जोडऩे की तैयारी चल रही है। इसके लिए अयोध्या की सरयू नदी को जल यातायात से जोड़ा जाएगा। इसके लिए जल्द ही काम शुरु कर दिया जाएगा। इस जलमार्ग के खुल जाने के बाद अयोध्या औऱ रामेश्वरम भी एक साथ जुड़ जाएगे। कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए कोलकाता स्थित मशहूर शक्तिपीठ कालीघाट मंदिर के गर्भगृह में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगा दी गई। यह प्रतिबंध 28 जनवरी तक जारी रहेगा। हालांकि मंदिर में धार्मिक अनुष्ठान चलते रहेंगे। माघ मेले को लेकर रोडवेज ने अपनी कमर कस ली है। मेले के दौरान यूपी रोडवेज हर रोज 1200 बसों का संचालन करेगी। हालांकि इस दौरान 500 बसों को रिजर्व भी रखा जाएगा ताकि जरूरत पड़ने पर उनका संचालन किया जा सके। वहीं स्नान वाले दिन बसों की संख्या बढ़ाई जा सकती है।
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