आने वाले समय में केदारनाथ और हेमकुंड साहिब की यात्रा अब और ज्यादा आसान होने वाली है। क्योंकि अब इन जगहों पर लोग रोपवे के माध्यम से पहुंच सकेंगे, जिसके लिए केन्द्र सरकार की तरफ से हरी झंडी दे दी गई है। जल्द ही इसका डीपीआर भी केन्द्र सरकार को सौंप दिया जाएगा। बताया जा रहा है कि इस रोपवे के बन जाने के बाद लोग महज 25 मिनट में ही सोनप्रयाग से केदारनाथ धाम पहुंच जाएंगे। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने इसबात की जानकारी दी है कि जल्द ही केदारनाथ धाम और हेमकुंड साहिब रोपवे का शिलान्यास किया जाएगा। इस रोपवे के निर्माण में करीब 2000 करोड़ का खर्च आएगा। इस रोपवे के बन जाने के बाद ये दुनिया के सबसे बड़ा रोपवे होगा। रोपवे के बारे में जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री धामी ने कहा था कि केदारनाथ धाम में लगातार श्रद्धालुओं की तादाद बढ़ रही है। ऐसे में लोग पैदल मार्ग और हेलीकॉप्टर के जरिए धाम पहुंचते हैं, लेकिन अब आने वाले समय में रोपवे की व्यवस्था हो जाने से लोग तीसरे विकल्प के रुप में इसका इस्तेमाल कर सकेंगे और इन दोनों जगहों पर पहुंचने के लिए लोगों को काफी सहूलियत भी हो जाएगी। इस साल चार धामों की यात्रा में करीब 30 लाख से ज्यादा यात्री अबतक दर्शन के लिए आ चुके हैं। ऐसे में लोगों का भी मनना है कि उत्तराखंड में चार धाम की यात्रा में इसबार जिस तरह से श्रद्धालुओं की तादाद में इजाफा हुआ है, उसके मद्देनजर बुनियादी व्यवस्थाओं को विकसित करने की दिशा में सरकार भी लगातार अपनी सक्रियता दिखा रही है। मिली जानकारी के मुताबिक आने वाले दिनों में बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम की सुविधाओं को विकसित करने के लिए और यहां भी सुगम तरीके से लोग पहुंच सके, इसके लिए सरकार और भी कई प्रोजेक्ट्स पर काम शुरू करने वाली है।
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