शिव पुराण सभी पुराणों में सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण व सबसे ज्यादा पढ़ी जाने वाली पुराणों में से एक है। इस पुराण में भगवान शिव के विविध रूपों, अवतारों, ज्योतिर्लिंगों, भक्तों और भक्ति का विशद् वर्णन किया गया है। भगवान शिव मात्र पौराणिक देवता ही नहीं, अपितु वे पंचदेवों में प्रधान, अनादि सिद्ध परमेश्वर हैं एवं निगमागम आदि सभी शास्त्रों में महिमामण्डित महादेव हैं। इस समय श्रवण मास लगा हुआ है। और कई लोग इस महीने में देवों के देव महादेव को प्रसन्न करने के लिए शिव पुराण का पाठ करते हैं। आइए जानते हैं कि, कौन-से हैं शिव पुराण में बताये गए ख़ास उपाय? कर्ज से मुक्ति शिव पुराण में ऐसा बताया गया है कि यदि कोई व्यक्ति आर्थिक समस्याओं से गुजर रहा है, तो ऐसे व्यक्ति को प्रतिदिन जल में अक्षत डालकर शिवलिंग पर अर्पित करना चाहिए। कहते हैं कि सोमवार के दिन भगवान भोलेनाथ को वस्त्र के ऊपर अक्षत रखकर अर्पित करने से लक्ष्मी की प्राप्ति होत है और कर्ज से मुक्ति मिलती है। सुख-सविधाओं में बढ़ोत्तरी यदि किसी व्यक्ति के घर में नकारात्मक ऊर्जा का वास है और वह उससे मुक्ति पाना चाहता है, तो ऐसे व्यक्ति को जल में जौ मिलाकर शिवलिंग का अभिषेक करना चाहिए। माना जाता है कि ऐसा करने से सांसारिक सुख-सुविधाएं प्राप्त होती हैं। इसके अलावा गेहूं से बने पकवान से भगवान शिव को भोग लगाना भी बहुत शुभ माना गया है। साथ ही यह भी माना जाता है कि गेहूं का दान करने से व्यक्ति के कुल में वृद्धि होती है और परिवार में आपसी प्रेम बढ़ता है। और साथ ही घर की नकारात्मक ऊर्जा भी नष्ट होती है। मनोकामनाओं की पूर्ति शिव पुराण में बताया गया है कि यदि कोई व्यक्ति पांच सोमवार भगवान शिव का व्रत कर, उनकी पूजा-अर्चना करता है, तो ऐसे व्यक्ति की सभी मनोकामनाओं की पूर्ति भगवान भोलेनाथ अवश्य पूरी करते हैं। इस व्रत में भगवान भोलेनाथ की पूजा सुबह और प्रदोष काल में की जाती है। शिव पुराण एक परम उत्तम शास्त्र है। महात्माओं ने इस पुराण के अध्ययन को अभीष्ट साधन माना है। श्रद्धा एवम प्रेमपूर्वक इस पुराण में बताये गए उपाय करके मनुष्य उत्कृष्ट गति को प्राप्त कर सकता है।
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