अयोध्या: श्रीराम मंदिर निर्माण समिति की हुई दो दिवसीय बैठक का आख़िरी दिन रविवार को सर्किट हाउस में चली। इस पूरी बैठक की अध्यक्षता श्रीराम मंदिर के चेयरमैन ने की।इस पूरी बैठक में कई बिंदुओं पर चर्चा की गई जिसमें मंदिर के ट्रस्ट को दान में मिले सोने चाँदी और अन्य धातुओं के आभूषण जिसकी क़ीमत करोड़ों में होगी उसके बारे में बात करी गई। इसके अलावे सिक्के और ईंट आदि के रख रख-रखाव और इनको जमा रखने की प्रसंगिगत चर्चा का अहम मुद्दा रहा। राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव ने इस बैठक की जानकारी दी और साथ ही बताया कि इन क़ीमती धातुओं को गलाने और इसके वैलुएशन करने का निर्णय लिया गया। क़ीमती धातुओं को गलाने और सिक्कों को ढालने वाली भारत सरकार की संस्था मिंट को गलाने और वैलुएशन की ज़िम्मेदारी देने का निर्णय लिया गया। इस दौरान मिंट संस्था के अधिकारी के द्वारा भी प्रस्ताव लेकर आया गया था। इस दौरान मंदिर की लाइटिंग व्यवस्था भी चर्चा का मुख्य बिंदु रहा। इस चर्चा के दौरान बताया गया कि मंदिर के अंदर और बाहर की लाइटिंग की व्यवस्था अलग की जाएगी। इस दौरान यह निर्णय लिया गया कि ख़ास पर्वों और त्योहारों पर मंदिर को जगमगाने के लिए मंदिर के बाहर फसाट लाइट लगाई जाएगी। रविवार को हुए बैठक में मंदिर निर्माण की प्रगति और 6 महीनों की भावी निर्माण योजनाओं की समीक्षा की गई। इस दौरान यह बताया गया कि प्लिंथ का कार्य लगभग पूरा कर लिया गया है और मंदिर के 40 फ़ीसदी कार्य भी पूरा कर लिया गया है। रिटेनिंग वॉल के बगल पटाई का काम चल रहा जिस पर परकोटा का निर्माण शुरू होगा। परिक्रमा मार्ग परकोटे पर बनाने की वजह से श्रद्धालुओं को को धूप ना लगे इसके लिए इसे छायादर बनाया जाएगा। एक किलोमीटर लंबा होगा होगा यह परिक्रमा मार्ग जिसे मज़बूत पत्थरों के साथ फिसलन रहित बनाया जाएगा। इसके लिए तकनीकी विशेषज्ञों की राय ली जाएगी। बैठक में यह भी सहमति बनी कि श्रीराम जन्म भूमि मंदिर परिसर में ग्रीनरी को खूबसूरत नज़ारा दिखें इसके लिए परिसर में सड़कों और वृक्षों के ख़ास यमायोजन के साथ लैंड स्केपिंग का काम भी चल रहा है। बैठक में यह बताया गया कि मंदिर का निर्माण तेज़ी से करवाया जा रहा है।
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