मुजफ्फरनगर: पूरा देश धीरे धीरे गणपति महोत्सव के जश्न में डूब रहा है। इस दौरान उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में भी 31 अगस्त से 9 सितम्बर तक गणेश उत्सव मनाया जाएगा। गणपति खाटू श्याम मंदिर भरतिया कालोनी के द्वारा गणपति उत्सव बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाएगा। इस मौक़े पर भगवान गणेश की नयनभिराम स्वर्ण श्रृंगार, 56 भोग भी लगाया जाएगा। इस उत्सव में भगवान गणेश की रजत पालना उत्सव आकर्षण का केंद्र होगा। गणेशोत्सव के दौरान मंदिर को रंग-बिरंगे लाइट और फूलों से सजाया जाएगा। बताया जा रहा कि मंदिर के ख़ूबसूरती का विशेष रूप से ध्यान दिया जाएगा। हालाँकि इस बार निकलने वाली शोभा यात्रा में कुछ बदलाव होंगे। शोभायात्रा को इस बार मंदी क्षेत्र में ही रखा जाएगा और इसे शहर में नहीं लाया जाएगा। भगवान श्री गणपति जी स्वर्ण रथ पर स्वर्ण रूप में भक्तों के कष्टों को हरने के लिए स्वयं चलकर आयेगे और भक्तों के निवास और प्रतिष्ठानों को मंगलमय करेगें।
इस बार गणेश उत्सव पर ख़ास इंतेजाम किए जा रहे हैं। जिस मार्ग से भी शोभायात्रा को निकला जाएगा उसको अलग रूप से सजाया जाएगा। श्री गणपति ग्राम मंदिर परिवार के द्वारा उन मार्गों को सजाया जा रहा है जहाँ से शोभायात्रा निकलेगी। इसके लिए तोरण और झंडों का इस्तेमाल किया जाएगा और इनके ही द्वारा रास्तों को सजाया जाएगा। इस बार यात्रा के दौरान खाटू श्याम जी का भव्य रथ, 12 झाँकियाँ, 5 बैण्ड, ढोल नगाड़े और 2 रथ आकर्षण के मुख्य बिंदु होंगे। इस बार अखाड़ा और नगर में पहली बार भगवान हनुमान की झाँकी निकाली जाएगी जो की 12 फट की आकृति होगी इसके अलावे माता काली के 9 स्वरूपों की भी झाँकी निकाली जाएगी। पूरे गणेश उत्सव के दौरान पूजा अर्चना सुबह 7 बजे और शाम 7 बजे आचार्यों के द्वारा की जाएगी और इसके साथ ही हर दिन शाम 7 बजे से 10 बजे तक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। यह कार्यक्रम सांस्कृतिक होगी और इसके साथ ही भजन संध्या का भी आयोजन किया जाएगा। इसके बाद यह महोत्सव 9 सितम्बर को भगवान गणेश के विसर्जन के साथ समाप्त हो जाएगा।