सागर: पूरे देश में गणेश उत्सव को धूमधाम से मनाया जा रहा है। उतर भारत हो या दक्षिण भारत, पूर्वी भारत हो या पश्चिमी भारत सारे ही जगह गणेश जी की आराधना करते लोग दिख रहे हैं। भक्ति में लीन श्रद्धालुओं द्वारा अनेक प्रकार के पंडाल और बप्पा की मूर्ति बनाई गई है जिसको देखने भारी संख्या में भक्त पहुँच रहे है। मध्यप्रदेश के सागर में भी गणेश उत्सव को हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। पूरे शहर में भगवान गणेश के जयकारे गूँज रहे हैं।
सागर में गणपति महोत्सव को लेकर भी ख़ास तैयारी की गई है और पंडालों को बहुत ही भव्य तरीक़े से सजाया गया है। सागर में भगवान गणेश के करीब 350 जगहों पर ऐसे पंडाल बनाए गए हैं जहाँ पंडाल में झाँकियों के साथ बप्पा विराजे हैं और इनके दर्शन को भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। शहर के बाहर से भी लोग झाँकियाँ देखने सागर आ रहे हैं । कहीं बप्पा की त्रिशूल-अंकुशधारी झाँकी तो कहीं भगवान गणेश दो शेरों पर सवार दिख रहें है। ऐसी ही कुछ तैयरियाँ मंडलों द्वारा की गई है जिसको देखने के लिए लोग आ रहे हैं।
मोहन नगर वार्ड के रामबाग मंदिर के पास सिद्धिविनायक बाल गणेश उत्सव समिति द्वारा 32वें साल आयोजन किया गया। समिति के द्वारा 21 फीट की शिव जी की झाँकी सजाई गई है जहाँ भगवान गणेश की भी प्रतिमा स्थापित करी गई है। इस झाँकी में भक्तों का ध्यान भगवान शंकर के जटा से गंगा जी का उद्गम आकर्षित कर रही है। इसके अलावे यहाँ प्रतिदिन सुबह-शाम बप्पा की आरती 101 दीपों से करी जा रही है। भक्तों के बीच प्रतिदिन लगाए गए 11 किलो भोग को वितरित किया जाता है।
सागर में युवा गणेश मंडल द्वारा शारदा माता मंदिर 46 कैंट सदर में बप्पा की बहुत ही ख़ूबसूरत प्रतिमा स्थापित की गई है। यहाँ भगवान गणेश की बाल रूपी प्रतिमा को स्थापित किया गया है। यहाँ भगवान गणेश को 5.30 फीट के भगवान शिव और माता पार्वती के साथ स्थापित किया गया है। प्रतिदिन 21 दीपों से भगवान गणेश, शिव और माता पार्वती की आरती की जाती है।
17वें साल में सिविल लाइंज़ द्वारा स्थापित की गई प्रतिमा में बहुत ख़ास है। इस दौरान यहाँ के लोगों द्वारा 9 फीट की प्रतिमा स्थापित करी गई है जहाँ गणेश जी दो शेर पर विराजित हैं।