रामपुर (उत्तर प्रदेश): उत्तर प्रदेश में एक ओर जहाँ धार्मिक स्थलों का विकसित करने का कार्य ज़ोर शोर से चल रहा, पर्यटन को बढ़ावा देने पर ध्यान दिया जा रहा वहीं दूसरी ओर रोजगार और उत्पाद निर्माण के लिए इंडस्ट्रियल एरिया का निर्माण भी किया जा रहा है। इस इंडस्ट्रियल एरिया के निर्माण होने से यहाँ उद्यमी इकाइयां भी लगाई जा सकेंगी। इंडस्ट्रियल एरिया के निर्माण का एलान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा किया गया। इससे रोज़गार के रास्ते भी खुलेंगे।
बताया जा रहा है कि रामपुर जिले का बिलासपुर उत्तराखंड के सीमा से सटा हुआ है और वहाँ के उद्यमियों द्वारा इंडस्ट्रियल एरिया ना होने की वजह से कोई औद्योगिक इकायी नहीं खोली जा रही है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा कहा गया कि रामपुर का पहचान हुआ करता था उद्योग और उस पहचान को वापस स्थापित किया जाएगा। आपको बता दें की रामपुर में चाकु, पतंग, टोपी, जरी जरदोजी आदि का उद्योग पहले से चला आ रहा है जिसको नई ऊँचाई तक ले जाने वाले कारीगरों को संरक्षण दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री द्वारा कहा गया कि निवेश और रोजगार ही विकाश की आधारशिला होती है। बताया गया की बिलासपुर में निवेश करने वाले को सरकार द्वारा सुरक्षा प्रदान किया जाएगा। एक समय उद्योग से भरा हुआ रामपुर में सब कसी बंद हो गया यह किसी से छुपा नहीं। कोई भी लोग रामपुर में उद्योग नहीं बैठना चाहता था और वजह थी रंगदारी, कत्ल, छिनछान, अपहरण आदि जिसके वजह से लोगों के बीच भय का महोल बना रहता था। हालाँकि धीरे धीरे आपराधिक मामलों में कमी आई है और लोगों द्वारा फिर से धंधा शुरू करने के बारे में सोचा जा रहा है। इसके साथ ही रामपुर में देश का पहला अमृत सरोवर भी बना है।