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चारधाम जाने वाले तीर्थयात्रियों को जल्द मिलेगी नयी सौग़ात, 2025 तक शुरू होगी रेल सेवा

उत्तराखंड: चारधाम जाने वाले यात्रियों को एक नयी सौगात मिलने जा रही है। आपको बता दें, चारधाम जाने वाले यात्रियों को 2025 में मिलने वाली रेल सेवा के बार में रेल मंत्रालय द्वारा पहले ही फ़ैसला लिया जा चका था। 

उत्तराखंड के पहाड़ों में 4 रेल लाइनों का सर्वे किया जा रहा था, जो कि अब पूरा हो चूका है। बता दे रेल मंत्रालय से उत्तराखंड की नयी रेल लाइनों के विकास के लिए सूचना मांगी गयी थी। रेल विकास निगम लि. के मुख्य परियोजना प्रबंधक कार्यालय ऋषिकेश के लोक सूचना अधिकारी ने इस संबंध में सूचना उपलब्ध कराते हुए बताया है कि रेल विकास निगम लिमिटेड द्वारा उत्तराखंड में 126 किमी ऋषिकेश-कर्णप्रयाग ब्रॉड गेज रेल लाइन को कार्य में लिया जा रहा है।

रेल विकास निगम द्वारा उपलब्ध कराई गयी सूचना के अनुसार ऋषिकेश और कर्णप्रयाग को 9 पैकेज में बांटा गया है।बाँटे गए इन पैकेज में 80 प्रवेश द्वार होंगे जिसमें  लगभग 50 प्रवेश द्वार तैयार कर लिए गए हैं। भूकंप, बाढ़ और आग से निपटने के लिये आईआईटी रुड़की के विशेषज्ञों की ओर से साइट स्पेसिफिक स्पेक्ट्रम स्टडी तैयार की गई है। 

भूस्खलन से बचने के लिये पोरल स्टेबलाइज़ेशन किया गया है। इन सभी बातों को ध्यान में रखकर सुरंगों की डिज़ाइन तैयार की गई है। सभी पैकेज में पर्यावरण, स्वास्थ्य और सुरक्षा का ध्यान भी रखा गया है। 

गौरतलब है कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना पर साल 2019 से काम शुरू हुआ था। यह 125 किमी. लंबी परियोजना है, जिसमें 105 किमी. रेललाइन सुरंगों के भीतर होगी। यह परियोजना पूरी तरह से ऋषिकेश से आगे कर्णप्रयाग तक पर्वतीय क्षेत्र में बनाई जा रही है।

इस रेललाइन के लिये कुल 17 सुरंगों का निर्माण हो रहा है। इनमें जिन सुरंगों की लंबाई 6 किमी. से ज़्यादा है, उनके समान एक निकासी सुरंग भी बनाई जा रही है। इस परियोजना में 7 एडिट टनल बनाई जाएँगी, जिनकी लंबाई 4 किमी. तक होगी।

यह परियोजना को पूरा करने का लक्ष्य 31 दिसंबर 2024 रखा गया है। इस रेल लाइन के प्रगति कार्य के अनुसार सूचना उपलब्ध कराने के लक्ष्य तक कुल रेल लाइन की लंबाई 125.172 किमी. में से 5.770 किमी. का कार्य पूरा हो चुका है।