अयोध्या: एक फिल्म के माध्यम से लोगों को राम मंदिर के 500 साल के इतिहास को बताया जाएगा। इस योजना पर काम भी शुरू कर दिया गया। इस फिल्म में महानायक अमिताभ बच्चन प्रमुख भूमिका में रह सकते हैं। इस फिल्म में महानायक अभिनय करते तो नहीं दिखेंगे...लेकिन इसमें उनकी आवाज का इस्तेमाल किया जाएगा। इस फिल्म में अमिताभ बच्चन की आवाज का इस्तेमाल सूत्रधार के रुप में किया जा सकता है। फिल्म के कोआर्डिनेटर के रुप में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के सचिव सच्चिदानंद जोशी होंगे। उनका सहयोग मशहूर फिल्म निर्देशक एवं दशकों पूर्व दूरदर्शन पर प्रसारित धारावाहिक चाणक्य के निर्माता निर्देशक डॉक्टर चंद्रप्रकाश द्विवेदी करेंगे और इस फिल्म की पूरी पटकथा जाने-माने स्क्रिप्ट राइटर एवं गीतकार प्रसून जोशी लिखेंगे।
राम जन्मभूमि के इतिहास पर केंद्रित फिल्म निर्माण की योजना को राम जन्मभूमि परिसर में हुई दो दिनों की बैठक के बाद अंतिम रुप दिया गया। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय के अनुसार जल्दी ही इस योजना पर काम भी शुरू होगा। राम जन्मभूमि का इतिहास अनादि है। त्रेता युग में श्री राम का जन्म होने से पीढ़ियों पहले से ही ये जगह अयोध्या के यशस्वी सूर्यवंशीय राजाओं के राजप्रासाद का महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है। श्री राम के जन्म के बाद से जहां यह जगह साक्षात ब्रह्म की जन्म स्थली के रूप में गौरवान्वित हुआ।
साल 1528 में मुगल बादशाह बाबर के सेनापति मीर बाकी के हमले के कारण ये जगह राम भक्तों की अस्मिता पर आघात के रूप में स्थापित हुआ। इस अस्मिता का गौरव वापस दिलाने और राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के लिए तब से सदियों तक लंबी लड़ाई चलती रही। इस संघर्ष में राजा महाराजाओं से लेकर आम राम भक्तों ने पराक्रम एवं साहस का परिचय दिया और लाखों लोगों ने बलिदान भी दिया। राम मंदिर के ही लिए विश्व हिन्दू परिषद् के संयोजन में देश की आजादी के बाद का सबसे बड़ा आंदोलन भी चला। राम जन्मभूमि मुक्त का संघर्ष राम भक्तों को प्रेरित करने के साथ रोमांचित करने वाला भी है।