कटरा: माता वैष्णों देवी के दरबार से देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी भक्त माता के दर्शन और आशीर्वाद के लिए पहुंचते हैं और यहां लगातार भक्तों की संख्या बढ़ती जा रही है। लगातार बढ़ रही भक्तों की संख्या को देखते हुए यहां सुविधाओं में भी बढ़ोतरी की जा रही है और इसी क्रम में कई तरह के विकार कार्य चल रहे हैं। चैत्र नवरात्र भी आने वाला है और नवरात्र में माता के इस दरबार में भारी संख्या में भक्त पहुंचते हैं, जिसे देखते हुए भी श्राइन बोर्ड ने अभी से ही तैयारियां शुरू कर दी है। यहां सुविधाओं के बिस्तार के लिए कई तरह के काम करवाएं जा रहे हैं।
इसके मद्देनज़र यहाँ बिजली के फैले तारों को अब अंडरग्राउंड कराया जा रहा है। बाण गंगा मार्ग से लेकर माता के दर्शनी दरवाज़े तक सभी बिजली की तारों को अंडरग्राउंड करने का काम करवाया जा रहा है जो लगभग अपने अंतिम चरण में है। वहीं बिजली को कंट्रोल करने के लिए हाई पॉवर के इलेक्ट्रिक सिटी पैनल लगाने का कार्य चल रहा है। साथ ही बाण गंगा से लेकर भवन तक के यात्रा मार्ग पर जगह-जगह पत्यर लगवाएं जा रहे हैं। वहीं भवन के पास रुकने के लिए श्राइन बोर्ड की तरफ से व्यवस्था की जा रही है। भवन के पास सीमित संख्या में कमरे होने की वजह से अभी हर रोज सिर्फ दो से तीन हजार यात्री ही रुक सकते हैं लेकिन अब श्राइन बोर्ड द्वारा कॉटेज और डॉरमेट्री की संख्या बढ़ाई जा रही है ताकि रुकने वालों को किसी भी तरह की असुविधा का सामना ना करना पड़े।
वहीं दूसरी तरफ जो य़ात्री हेलीकॉप्टर से माता वैष्णों देवी धाम की यात्रा करते हैं, उन्हें सबसे बड़ी असुविधा होती है कि वो अपना मोबाइल फोन कहां रखें, लेकिन श्राइन बोर्ड ने इसके लिए जगह जगह मोबाइल लॉकर का निर्माण करवाया गया है। ताकि जो लोग सामान लेकर यात्रा नहीं कर रहे हैं और सिर्फ मोबाइल के साथ ही यात्रा कर रहे हैं तो अब उन्हें मोबाइल रखने में और आसानी होगी। वहीं अब लोग माता वैष्णों देवी का प्रसाद भी अब आसानी से पा सकेंगे, इसके लिए भवन के पास ही एक प्रसाद बिक्री केन्द्र बनाय़ा गया है, ताकि यहां से लोग आसानी से माता का प्रसाद प्राप्त कर सकें।
माता वैष्णो देवी के दर्शन करने वाले भक्तों को भोजन की सुविधा उपलब्ध कराने हेतु भवन के पास ही यात्रा मार्ग पर यात्रियों के लिए श्राइन बोर्ड द्वारा तृप्ति भोजनालय बनाया गया है। उम्मीद जताई जा रही है कि चैत्र नवरात्र से पहले ये भोजनालय श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा। खास बात तो ये है कि इस भोजनालय का संचालन श्राइण बोर्ड द्वारा ही किय़ा जाएगा। जम्मू कश्मीर हिमालयन रेंज के जोन पांच में आता है, इसलिए अक्सर भूकंप जैसी स्थिति से कई बार पहाड़ से पत्थर गिरते हैं। इसीलिए इस इमारत को इस तरह से बनाया जा रहा है कि वह बड़े से बड़े भूकंप को झेल सके। मां वैष्णो देवी भवन पर यह पहली भूकंप रोधी इमारत होगी। यह इमारत फाइबर, सीमेंट व कंक्रीट की होगी, जो मजबूत होने के साथ ही काफी हल्की होगी। इमारत के सबसे ऊपरी भाग यानी कि छत को इस तरह से बनाया जा रहा है कि श्रद्धालु सुहावने मौसम में छत पर आराम कर सकें, पूरे भवन परिसर की सुंदरता को निहार सकें और यहाँ के प्राकृतिक नजारों का आनंद ले सकें।
रमन शर्मा