Ujjain: महाकालेश्वर मंदिर के कॉरिडोर बन जाने के बाद देश दुनिया से लाखों की संख्या में श्रद्धालु बाबा के दरबार में हाजरी लगाने आ रहे है। बढ़ती भीड़ को देखते हुए महाकाल विस्तारीकरण कार्य के तहत मंदिर के सामने की ओर भारत माता मंदिर से महाकाल मंदिर चौराहे तक करीब 24 मीटर लंबी सड़क निर्माण कराया जाएगा। जिसको कुछ दिनों में शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है। बता दे कि इसके बन जाने से आने वाले दिनों में दोनों मंदिरों के बीच दर्शन व्यवस्था में काफी सहुलियत मिलेगी और भक्तों की भीड़ बढ़ने पर काबू किया जा सकेगा। वहीं श्री महाकालेश्वर मंदिर में श्रावण माह के पहले टनल का काम पूरा होना है, जिसको लेकर दर्शन व्यवस्था में भी बदलाव होंगे।
महाकालेश्वर मंदिर परिसर में खुदाई के दौरान एक और पुराना मंदिर निकला है। अब पुरातत्व विभाग इसे नए सिरे से बनवा रहा है मंदिर दिखा तो खुदाई रोक दी गई और उसके अवशेषों को सुरक्षित निकाला गया। मंदिर में लगातार निर्माण किए जा रहे हैं जिसके लिए परिसर में खुदाई भी की जा रही है। ऐसी ही खुदाई के दौरान मंदिर के पास एक और मंदिर के अवशेष प्राप्त हुए थे। जब मंदिर दिखा तो खुदाई रोक दी गई और उसके अवशेषों को सुरक्षित निकाला गया। अब पुरातत्व विभाग इस मंदिर का नवनिर्माण कर रहा है। परिसर में खुदाई में मंदिर के आधार के पत्थर पाए गए थे। पुरातत्व विभाग इन पत्थरों से ही मंदिर का नवनिर्माण कर रहा है। खुदाई में निकले पत्थर के आधार पर यह पता चला कि यह पुराना मंदिर एक शिव मंदिर ही था। इसके एक एक पत्थर को जोड़कर नया मंदिर बनाया जाएगा। जिस मंदिर के अवशेष मिले उसे एक हजार साल पुराना माना जा रहा है। अब इसे मूल स्वरूप में ही बनाया जाएगा। पत्थरों को सीमेंट के साथ केमिकल से भी जोड़ा जाएगा। इसके लिए पत्थरों की नंबरिंग का काम पूरा हो गया है।
रजत द्विवेदी