ग्रीष्म ऋतु का प्रभाव बढ़ने लगा है। वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में ठाकुरजी को गर्मी में राहत पहुंचाने के लिए परंपरा अनुसार चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी यानी मंगलवार (8 अप्रैल 2025) से सुबह शाम फूल बंगला सजने लगा है। ठाकुर जी मंदिर के गर्भगृह से बाहर आकर जगमोहन (बरामदा) में विराजित होकर भक्तों को दर्शन दे रहे हैं।
प्रकृति के प्रति सम्मान और प्रभु के प्रति सात्विक श्रद्धा का प्रतीक ‘फूल बंगला’ बांकेबिहारी जी को शीतलता प्रदान करेगा। फूल बंगला की रीति और दर्शन की ये प्रीति हरियाली तीज (24 जुलाई 2025) तक निभाई जाएगी। रंग-बिरंगे विभिन्न किस्म के सुगंधित पुष्पों की महक के बीच ठाकुर जी के दिव्य दर्शन करके श्रद्धालु भी आह्लादित होंगे। केवल अक्षय तृतीया को फूल बंगला नहीं सजाया जाएगा। इस दिन ठाकुरजी गर्भगृह में चरण दर्शन देते हैं। फूल बंगला सजाने में प्रत्येक दिन 5 लाख रूपये का खर्च आता है। बांके बिहारी जी के लिए फूल बंगला की शुरूआत भक्ति काल यानि लगभग साढ़े चार सौ वर्ष पहले स्वामी हरिदास जी ने की थी।