Sanskar
Related News

क्या है कार्तिक में स्नान व दान की महिमा ?

हिंदू धर्म में कार्तिक के महीने को सबसे पवित्र महीना बताया गया है क्योंकि श्री हरि विष्णु का ये प्रिय मास है। अंग्रेजी तारीख के मुताबिक कार्तिक 8 अक्टूबर से शुरू हो कर 5 नवंबर तक चलेगा। ये महीना त्योहारों की श्रृंखला लेकर आता है और इसी महीने में उत्तराखंड के चारों धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो जाते हैं । लेकिन कार्तिक का महीना स्नान, दान और विशेष रूप से दीपदान के लिए महत्वपूर्ण है। इस महीने तिल या तिल के तेल का दान, आंवला, गुड़, चावल, ऋतु फल, सब्जी या तुलसी का दान विशेष माना गया है।

 

स्कंद पुराण, पद्म पुराण, विष्णु पुराण और श्रीमद्भागवत में कार्तिक की विशेष महिमा बताई गई है। अपने घर में स्वच्छता रखना और नियम से सूर्य उदय से पहले तारों की छांव में स्नान करना। पीपल, पथवारी और तुलसी की पूजा कर जल से सींचना। सुबह-शाम तुलसी के पौधे के नीचे दीप प्रज्जवलित करना और भगवान श्री कृष्ण की पूजा कर भजन कीर्तन और कार्तिक माहात्म्य का श्रवण करना चाहिए । साथ ही नाम जाप और मंत्र जाप के लिए भी ये महीना सबसे उत्तम बताया गया है। मान्यता है कि जो भी कार्तिक मास में पवित्र नदी या सरोवर में स्नान कर दान-ध्यान करता है, भगवान नारायण स्वयं माता लक्ष्मी के साथ उसके घर में वास करते हैं।

 

:- रजत द्विवेदी