साल में एक बार करवा चौथ के दिन ही खुलता है ये मंदिर, यहां पूरी होती है मुरादे
करवा चौथ के मौके पर जहां देशभर की महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं, वहीं उज्जैन में एक ऐसा मंदिर है जो इस दिन और भी खास बन जाता है। यह है चौथ माता का मंदिर, पूरे साल बंद रहता है और इसके कपाट सिर्फ एक दिन करवा चौथ पर ही खोले जाते हैं। इस दिन यहां हजारों सुहागन महिलाएं अपने पति की सलामती की कामना करने आती हैं। चौथ माता का मंदिर एक अनोखी परंपरा का प्रतीक है। मंदिर में माता के तीन रूपों के दर्शन होते हैं और विशेष प्रसाद वितरित किया जाता है, जिससे दांपत्य जीवन में सुख और समृद्धि आती है।
वर्ष 2000 में इस मंदिर का निर्माण कराया गया था। मंदिर में देवी पार्वती और उनकी बहुएं ऋद्धि-सिद्धि, भाई-बहन शुभ- लाभ और संतोषी माता भी विराजमान हैं। करवा चौथ के दिन माता भक्तों को तीन अलग-अलग रूपों में दर्शन देती हैं। सुबह बाल रूप, दोपहर में किशोरी रूप और शाम को एक विशेष रूप में। इस मौके पर मंदिर में कामाख्या का सिंदूर, नेपाल का रुद्राक्ष और विशेष सिक्के प्रसाद के रूप में तैयार किए जाते हैं। भक्तों का विश्वास है कि इन वस्तुओं को घर में रखने से धन, सौभाग्य और खुशहाली बढ़ती है।