चलो वृंदावन : 7 नवंबर से बागेश्वर धाम सरकार की सनातन हिंदू एकता पदयात्रा
बागेश्वर धाम गढ़ा, छतरपुर के पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (पूज्य बागेश्वर धाम सरकार) 7 नवंबर से 16 सितंबर के मध्य दिल्ली से वृंदावन तक लगभग 170 किमी लंबी सनातन हिंदू एकता पदयात्रा निकालेंगे। दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के लगभग 400 गांवों और कई शहरों से यह यात्रा गुजरेगी। यात्रा की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है जिसमें देश भर के साधु-संत और आमजन शामिल होंगे।
आचार्य धीरेंद्र शास्त्री के अनुसार यह यात्रा सिर्फ धार्मिक नहीं, बल्कि एक वैचारिक आंदोलन भी है। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि ब्रज क्षेत्र में मांस-मदिरा की बिक्री पर रोक लगे, यमुना शुद्ध हो, और धार्मिक स्थलों पर राष्ट्रगीत गूंजे। जब तक सभी सनातनी एकजुट नहीं होते, हमारा प्रयास जारी रहेगा । उन्होंने यह भी कहा कि मंदिरों और मस्जिदों में राष्ट्रगीत का वादन यह दर्शाने के लिए होना चाहिए कि कौन इस मातृभूमि से प्रेम करता है और कौन नहीं। उनके अनुसार हम सिर्फ कागजों में हिंदू राष्ट्र नहीं चाहते बल्कि लोगों के दिलों में हिंदू राष्ट्र चाहते हैं । धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि यह यात्रा पूरी शालीनता और सांस्कृतिक गरिमा के साथ निकाली जाएगी। उन्होंने कहा कि जात-पात और क्षेत्रवाद से ऊपर उठकर इस यात्रा में शामिल हों और सनातन एकता को मजबूत बनाएं।
यात्रा में अलग-अलग समाजों के महापुरुषों की झांकियां, गौरक्षा रथ, बागेश्वर बालाजी रथ, और अन्य धार्मिक रथ यात्रा का हिस्सा होंगे। पिछली यात्रा की तरह इस बार भी लाखों लोगों के शामिल होने के आसार हैं और इसके लिए बागेश्वर धाम परिवार से जुड़े कर्मयोगी कोई कसर नहीं छोड़ रहे । इसमें शामिल होने के लिए लोगों को पीले अक्षत और आमंत्रण पत्र वितरित किए जा रहे हैं । पूज्य आचार्य जी के अनुसार यह सनातन हिंदू एकता यात्रा एक राष्ट्रीय महायज्ञ है, जिसमें सभी को अपनी आहुति देनी चाहिए। उन्होंने आगाह किया कि यदि इसमें भाग नहीं लिया गया, तो भावी पीढ़ियां सवाल उठाएंगी ।
पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की पहली पदयात्रा नवंबर 2024 में हुई थी, जो 160 किलोमीटर की थी। छतरपुर से शुरू होकर ओरछा में समाप्त हुई उस यात्रा में भारत और विदेशों से लाखों हिंदू शामिल हुए थे। फिल्म जगत, उद्योग जगत और समाज सेवा से जुड़े लोग भी इस यात्रा में शामिल हुए थे।