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“यह यात्रा नहीं विचारों को जगाने के लिए वैचारिक क्रांति है ”

जिस ‘सनातन एकता पदयात्रा’ का लंबे समय से इंतजार था वह घड़ी आ गई है। श्री बागेश्वर धाम सरकार के पावन संकल्प का शंखनाद होने जा रहा है और यात्रा की पूर्व संध्या पर दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में देश भर के मीडिया से मुखातिब होते हुए उन्होंने यात्रा के उद्देश्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला।

 

बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर ने कहा कि यह यात्रा नहीं बल्कि विचारों को जगाने के लिए एक वैचारिक क्रांति है जिसमें सबकी भागीदारी होनी चाहिए। महाराज श्री ने पत्रकारों को बताया कि यात्रा साधु संतों द्वारा सौंपे गए धर्म ध्वज को आगे रखकर वृंदावन के लिए निकल पड़ेगी। श्री राम नाम संकीर्तन पद यात्रियों की ऊर्जा बढ़ाएगी। उन्होंने बताया कि इस दौरान देशभर से आने वाले साधु संतों, महामंडलेश्वरों, आचार्यों के आशीर्वचनों के बाद राष्ट्रगान, हनुमान चालीसा, हिंदू एकता की शपथ के कार्यक्रम होंगे।

 

बागेश्वर धाम सरकार ने देश विदेश में रहने वाले हिंदुओं का आह्वान करते हुए कहा कि 7 नवंबर से 16 नवंबर तक की यात्रा में कम से कम एक दिन के लिए वे अवश्य आएं । महाराज श्री ने कहा कि वह विवाद नहीं ‘संवाद’ के माध्यम से आगे बढ़ना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि माया शक्ति की नगरी से माधव की नगरी तक यह यात्रा चलेगी।

 

पदयात्रा में जगद्गुरु रामानंदाचार्य तुलसी पीठाधीश्वर पूज्य रामभद्राचार्य महाराज, मलूक पीठ से पूज्य राजेंद्र दास महाराज, दीदी मां ऋतंभरा, चिदानंद सरस्वती मुनि जी (ऋषिकेश), गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज, रमणरेती वाले महाराज, प्रख्यात कथावाचक सुधांशु जी महाराज, बालक योगेश्वर दास महाराज बद्रीनाथ वाले, माधव दास महाराज मोनी बाबा, राजू दास महाराज (हनुमान गढ़ी, अयोध्या),  मृदुलकांत शास्त्री (वृंदावन), दिल्ली के शनि धाम से दाती महाराज, आरके पांडे जी बलदेव मंदिर, अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक पं. संजीव कृष्ण ठाकुर जी, तन्मय वशिष्ठ गंगासभा तीर्थ पुरोहित, दिल्ली संत मंडल महामंत्री महामंडलेश्वर नवल किशोर दास महाराज के अलावा दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, सांसद मनोज तिवारी, मंत्री कपिल मिश्रा सहित दिल्ली से 50 संत-महात्माओं की गरिमामय उपस्थिति रहेगी। बागेश्वर सरकार ने कहा कि दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश की 422 ग्राम पंचायतों के अलावा नगरों, कस्बों सहित करीब 5 करोड़ की आबादी तक यात्रा का संदेश पहुंचाने का प्रयास होगा।

 

पूज्य महाराज जी ने कहा कि यह पहला अवसर है जब उनकी यात्रा का समर्थन इस्लाम धर्म के लोगों ने भी किया है। फैज खान के नेतृत्व में तीन सौ से अधिक मुस्लिम समाज के लोग यात्रा में चलेंगे। विगत दिनों दिल्ली में मुस्लिम समाज के लोगों के साथ महाराज श्री ने बैठक की थी जिसमें समाज के सभी लोगों ने महाराज श्री की यात्रा का समर्थन करते हुए साथ चलने का भरोसा दिया था।

 

बागेश्वर महाराज ने सभी पदयात्रियों से आग्रह किया है कि वह यात्रा में मर्यादा के साथ शामिल हो। किसी जाति, पंथ, संप्रदाय विशेष पर कोई टिप्पणी न की जाए। अस्त्र-शस्त्र का प्रयोग पूरी तरह से वर्जित रहे, शांति के साथ यात्रा में चलें और  भगदड़ न मचाएं। प्रशासन से भी आग्रह किया गया है कि विशेष स्थान पर विशेष सुरक्षा की जाए। अन्य धर्मावलंबियों की आस्था के केंद्रों की विशेष सुरक्षा हो ताकि कोई साजिश न कर सके।

 

बागेश्वर धाम सरकार जिस सनातन हिंदू एकता पदयात्रा लेकर निकल रहे हैं उसकी पृष्ठभूमि में सात संकल्प है जिन्हें पूरा कराने के लिए सनातनियों को एकजुट किया जा रहा है।

 

यमुना माता का शुद्धिकरण हो

भारत हिंदू राष्ट्र घोषित हो

गौ माता राष्ट्र माता घोषित हो

श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर भव्य और दिव्य बने

ब्रज परिक्षेत्र को पूर्व का स्वरूप प्राप्त हो, मांस-मदिरा प्रतिबंधित हो

अवैध धर्मांतरण एवं लव जिहाद पर लगाम लगे

जात-पात, ऊंच नीच का भेदभाव खत्म होकर सामाजिक समरसता हो

 

:- रजत द्विवेदी 

 

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“यह यात्रा नहीं विचारों को जगाने के लिए वैचारिक क्रांति है ”

जिस ‘सनातन एकता पदयात्रा’ का लंबे समय से इंतजार था वह घड़ी आ गई है। श्री बागेश्वर धाम सरकार के पावन संकल्प का शंखनाद होने जा रहा है और यात्रा की पूर्व संध्या पर दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में देश भर के मीडिया से मुखातिब होते हुए उन्होंने यात्रा के उद्देश्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला।

 

बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर ने कहा कि यह यात्रा नहीं बल्कि विचारों को जगाने के लिए एक वैचारिक क्रांति है जिसमें सबकी भागीदारी होनी चाहिए। महाराज श्री ने पत्रकारों को बताया कि यात्रा साधु संतों द्वारा सौंपे गए धर्म ध्वज को आगे रखकर वृंदावन के लिए निकल पड़ेगी। श्री राम नाम संकीर्तन पद यात्रियों की ऊर्जा बढ़ाएगी। उन्होंने बताया कि इस दौरान देशभर से आने वाले साधु संतों, महामंडलेश्वरों, आचार्यों के आशीर्वचनों के बाद राष्ट्रगान, हनुमान चालीसा, हिंदू एकता की शपथ के कार्यक्रम होंगे।

 

बागेश्वर धाम सरकार ने देश विदेश में रहने वाले हिंदुओं का आह्वान करते हुए कहा कि 7 नवंबर से 16 नवंबर तक की यात्रा में कम से कम एक दिन के लिए वे अवश्य आएं । महाराज श्री ने कहा कि वह विवाद नहीं ‘संवाद’ के माध्यम से आगे बढ़ना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि माया शक्ति की नगरी से माधव की नगरी तक यह यात्रा चलेगी।

 

पदयात्रा में जगद्गुरु रामानंदाचार्य तुलसी पीठाधीश्वर पूज्य रामभद्राचार्य महाराज, मलूक पीठ से पूज्य राजेंद्र दास महाराज, दीदी मां ऋतंभरा, चिदानंद सरस्वती मुनि जी (ऋषिकेश), गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज, रमणरेती वाले महाराज, प्रख्यात कथावाचक सुधांशु जी महाराज, बालक योगेश्वर दास महाराज बद्रीनाथ वाले, माधव दास महाराज मोनी बाबा, राजू दास महाराज (हनुमान गढ़ी, अयोध्या),  मृदुलकांत शास्त्री (वृंदावन), दिल्ली के शनि धाम से दाती महाराज, आरके पांडे जी बलदेव मंदिर, अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक पं. संजीव कृष्ण ठाकुर जी, तन्मय वशिष्ठ गंगासभा तीर्थ पुरोहित, दिल्ली संत मंडल महामंत्री महामंडलेश्वर नवल किशोर दास महाराज के अलावा दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, सांसद मनोज तिवारी, मंत्री कपिल मिश्रा सहित दिल्ली से 50 संत-महात्माओं की गरिमामय उपस्थिति रहेगी। बागेश्वर सरकार ने कहा कि दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश की 422 ग्राम पंचायतों के अलावा नगरों, कस्बों सहित करीब 5 करोड़ की आबादी तक यात्रा का संदेश पहुंचाने का प्रयास होगा।

 

पूज्य महाराज जी ने कहा कि यह पहला अवसर है जब उनकी यात्रा का समर्थन इस्लाम धर्म के लोगों ने भी किया है। फैज खान के नेतृत्व में तीन सौ से अधिक मुस्लिम समाज के लोग यात्रा में चलेंगे। विगत दिनों दिल्ली में मुस्लिम समाज के लोगों के साथ महाराज श्री ने बैठक की थी जिसमें समाज के सभी लोगों ने महाराज श्री की यात्रा का समर्थन करते हुए साथ चलने का भरोसा दिया था।

 

बागेश्वर महाराज ने सभी पदयात्रियों से आग्रह किया है कि वह यात्रा में मर्यादा के साथ शामिल हो। किसी जाति, पंथ, संप्रदाय विशेष पर कोई टिप्पणी न की जाए। अस्त्र-शस्त्र का प्रयोग पूरी तरह से वर्जित रहे, शांति के साथ यात्रा में चलें और  भगदड़ न मचाएं। प्रशासन से भी आग्रह किया गया है कि विशेष स्थान पर विशेष सुरक्षा की जाए। अन्य धर्मावलंबियों की आस्था के केंद्रों की विशेष सुरक्षा हो ताकि कोई साजिश न कर सके।

 

बागेश्वर धाम सरकार जिस सनातन हिंदू एकता पदयात्रा लेकर निकल रहे हैं उसकी पृष्ठभूमि में सात संकल्प है जिन्हें पूरा कराने के लिए सनातनियों को एकजुट किया जा रहा है।

 

यमुना माता का शुद्धिकरण हो

भारत हिंदू राष्ट्र घोषित हो

गौ माता राष्ट्र माता घोषित हो

श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर भव्य और दिव्य बने

ब्रज परिक्षेत्र को पूर्व का स्वरूप प्राप्त हो, मांस-मदिरा प्रतिबंधित हो

अवैध धर्मांतरण एवं लव जिहाद पर लगाम लगे

जात-पात, ऊंच नीच का भेदभाव खत्म होकर सामाजिक समरसता हो

 

:- रजत द्विवेदी