आमतौर पर दशहरे से दो महीने पहले कलाकारों को रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतले बनाने के ऑर्डर मिलने शुरू हो जाते हैं। इस बार दशहरे को सिर्फ एक महीना बाकी है, लेकिन कलाकारों को अब तक एक भी औपचारिक ऑर्डर नहीं मिला है। हालांकि कुछ दशहरा उत्सव समितियों ने पुतलों के निर्माण के लिए मौखिक आश्वासन जरूर दिया है।
शहर के पुराने कलाकार सुरेश साहू ने ऐसे ही आश्वासन के बाद अब बांस, बल्लियां, सूत की खरीदारी कर पुतलों का निर्माण करने की बात कही है। इसी तरह ओमप्रकाश साहू ने भी नीलबड़ स्थित वर्कशॉप में पुतलों के निर्माण की तैयारी शुरू कर दी है। हिन्दू उत्सव समिति के अध्यक्ष कैलाश बेगवानी क कहना है कि दशहरा के आयोजन को लेकर वे कलेक्टर से मिल चुके हैं, लेकिन प्रशासन की गाइडलाइन अब तक स्पष्ट नहीं है। जब कलाकारों से पुतलों के साइज के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि अभी तो प्रारंभिक तैयारी शुरू की है।