अयोध्या में हर वर्ष दीपावली के मौके पर होने वाला दीपोत्सव इस साल भी भव्यतम तरीके से आयोजित किया जाएगा। दीपोत्सव का आयोजन यूपी सरकार भव्य तरीके से करेगी, जिसके लिए सरकार तमाम तैयारियां शुरू कर चुकी है। दीपोत्सव में इस साल लोगों की भीड़ तो नहीं होगी, लेकिन सरकार एक बार फिर भव्य रूप में अयोध्या की सजावट कराएगी। ये मौका इसलिए भी खास होगा क्योंकि इस साल अयोध्या में राम मंदिर के शिलान्यास के बाद पहली बार दीपावली के मौके पर दीपोत्सव आयोजित होगा।
विभागीय अधिकारियों का कहना है कि इस साल के कार्यक्रम में दर्शकों भीड़ को भी बढ़ा कर तीन हजार तक की करने पर मंथन चल रहा है। तर्क दिया जा रहा है कि दीपोत्सव के कार्यक्रमों में वहां बैठने की क्षमता की आधी संख्या की अनुमति दी जा सकती है।
इस बार पांच लाख दीपक जलाने का रिकॉर्ड बनेगा
पिछले साल के दीपोत्सव की तुलना में इस साल सवा लाख ज्यादा साढ़े पांच लाख दीप जलाने का नया रिकॉर्ड कायम किया जाएगा। सरकार चाहती है कि राज्य सरकार के फंड से आयोजित होने वाले दीपोत्सव में किसी तरह की कमी न आने पाए ।इसी को लेकर सरकारी मशीनरी सक्रिय हो गई है। दीपोत्सव 11 नवंबर से 13नवंबर तक तीन दिनो तक चलेगा।
अधिकारियों ने परखी योजनाओं की जमीनी हकीकत
दीपोत्सव स्थल पर निर्माणाधीन योजनाओं पर काम तेजी से पूरा करवाने के लिए अपर मुख्य सचिव जल संसाधन एवं परती भूमि टी वेंकटेश ने विकास योजनाओं का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने कोविड के बचाव को लेकर जिले में व्यवस्था को भी परखा। कोविड 2 अस्पताल का स्थलीय निरीक्षण कर व्यवस्थाओं में सुधार के लिए अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि राम की पैड़ी फेज 2 व अन्य योजनाओं पर का काम दीपोत्सव के पहले पूरा कर लिया जाए। इसको लेकर तेजी से काम चल रहा है। उधर राम मंदिर के 12 टेस्ट पिलर्स की लोड टेस्टिंग का काम आई आई टी चेन्नई की इंजीनियरिंग टीम ने पूरा कर लिया है। अब मंदिर के 1200 पिलर्स का निर्माण जल्द शुरू होगा।