हरिद्वार में हरकी पैड़ी के पास से चंडी देवी मंदिर तक रोपवे निर्माण के लिए सरकार ने हरी झंडी दे दी है। शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने विभागीय समीक्षा बैठक के बाद यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि रोपवे निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट से नीलकंठ महादेव तक रोपवे निर्माण के मद्देनजर डीपीआर तैयार करने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं। इसके अलावा देहरादून शहर में मेट्रो के विभिन्न विकल्पों पर विचार चल रहा है। केंद्र सरकार से पुन: वार्ता करने के बाद इस बारे में निर्णय लिया जाएगा।
शहरी विकास मंत्री कौशिक ने शुक्रवार को सचिवालय में हुई बैठक में देहरादून, हरिद्वार व ऋषिकेश के बीच मेट्रो प्रोजेक्ट की समीक्षा की। बैठक के बाद कैबिनेट मंत्री कौशिक ने बताया कि मेट्रो प्रोजेक्ट के तहत रोपवे, पीआरटीएस (पर्सनलाइज्ड रैपिड ट्रांजिट सिस्टम) की दिशा में सरकार कदम बढ़ा रही है। हरिद्वार में हरकी पैड़ी-चंडी देवी रोपवे से जुड़े कार्य समय से पूर्ण कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं। इसके साथ ही हरिद्वार शहर के भीतर पीआरटी व रोपवे समेत अन्य विकल्पों पर मंथन चल रहा है।
कैबिनेट मंत्री कौशिक के अनुसार ऋषिकेश से नीलकंठ महादेव मंदिर को रोपवे से जोड़ने के लिए ऋषिकेश में त्रिवेणी घाट, रेलवे स्टेशन व रोडवेज बस स्टैंड स्थल चयनित किए गए थे। इनमें से त्रिवेणी घाट को उपयुक्त पाया गया। अब अधिकारी जल्द ही त्रिवेणी घाट से नीलकंठ महादेव तक रोपवे की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करेंगे। फिर इसके आधार पर आगे कदम बढ़ाए जाएंगे। उन्होंने जानकारी दी कि देहरादून-हरिद्वार-ऋषिकेश के बीच मेट्रो के लिए हाईवे के ऊपर अथवा रेलवे लाइन के किनारे से लाइन ले जाने का प्रस्ताव था। इस बीच कुछ अन्य विकल्प भी सुझाए गए हैं। देहरादून शहर के लिए भी कई विकल्पों पर विचार चल रहा है। इन सबके बारे में विस्तृत अध्ययन के बाद केंद्र सरकार से वार्ता की जाएगी और फिर कोई निर्णय लिया जाएगा।