उज्जैन में महाकाल-रुद्रसागर प्रोजेक्ट का काम तेजी से चल रहे हैं। इस प्रोजेक्ट पर करीब 96 करोड़ रुपये खर्च होने की उम्म्ीद है। इस प्रोजेक्ट्स में त्रिवेणी संग्रहालय से लेकर महाकाल मंदिर तक भगवान शिव के अलावा अन्य देवताओं और ऋषियों की 100 से ज्यादा विशाल प्रतिमाएं भी स्थापित की जाएंगी। परिसर में बनाए जा रहे कमल ताल में भगवान शिव की 25 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित होगी। जिनकी जटाओं से जल प्रवाहित होगा।
इसके आसपास श्रद्धालु बैठ कर आराम कर सकते हैं। त्रिवेणी संग्रहालय मार्ग पर ही नया महाकाल द्वार बनाया जा रहा है। इसे भी प्रतिमाओं से सजाया जा रहा है। करीब 500 मीटर लंबी 12 फीट ऊंची दीवार पर शिव कथाओं को उकेरा जा रहा है। लाइटिंग के लिए 108 पत्थरों के स्तंभ बनाए जा रहे हैं जिन पर भी मूर्तियां उकेरी गई हैं। मूर्तियों का निर्माण गुजरात और राजस्थान के कलाकार कर रहे हैं।
बदल जाएगा महाकाल मंदिर जाने का रास्ता - स्मार्ट सिटी द्वारा विकसित किए जा रहे रुद्रसागर क्षेत्र के साथ ही नया प्रवेश द्वार बनाया जा रहा है। इससे महाकाल मंदिर जाने का रास्ता बदल जाएगा। नया प्रवेश द्वार इंदौर, देवास, आगर रोड की ओर से आने वाले यात्रियों के लिए सुगम होगा। बड़नगर, उन्हेल रोड से आने वाले यात्री भी यहां आसानी से पहुंच सकेंगे। इसी क्षेत्र में 350 कारों का नया सरफेज पार्किंग भी बनेगा। इसी के पास नया प्रवेश द्वार भी होगा।