राममंदिर निर्माण शुरू होने के साथ ही योगी सरकार अयोध्या के समेकित विकास की तैयारी में जुट गई है। अयोध्या न केवल देश के सबसे बड़े आध्यात्मिक स्थल के रूप में विकसित होगी, बल्कि धार्मिक पर्यटन का भी बड़ा केंद्र बनेगी। रामनगरी के विकास और सौंदर्यीकरण, श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुविधाओं और सुरक्षा के लिए सरकार दो हजार करोड़ रुपये से अधिक खर्च करेगी। पर्यटकों के ठहरने के लिए पर्याप्त व्यवस्था के साथ सड़क, रेल और हवाई मार्ग के यातायात की भी सुगम व्यवस्था होगी।
सीएम योगी ने विश्वस्तरीय कन्सलटेंट का चयन करते हुए अयोध्या का समग्र मास्टर प्लान तैयार करने का निर्देश दिया है। सभी विभागों के साथ समीक्षा बैठक में अयोध्या को सबसे सुंदर व भव्य नगरी बनाने पर मंथन चल रहा है। अयोध्या अब केवल धार्मिक ही नहीं बल्कि विश्वस्तरीय पर्यटन नगरी के रूप में भी स्थापित होने जा रही है।
गुप्तार घाट से नया घाट तक रिवर फ्रंट, सरयू पर रबर डैम
गुप्तार घाट से नया घाट तक रिवर फ्रंट बनेगा। साथ ही गुप्तारघाट पर वर्ष पर्यन्त सरयू में जल स्तर बनाए रखने के लिए रबर डैम का निर्माण किया जाएगा। सरयू के दोलों तरफ बंधों का भी निर्माण किया जाएगा।
इलेक्ट्रिक वाहन से ही कर सकेंगे प्रवेश
अयोध्या में प्रवेश के सभी मुख्य मार्गों के निकट एंट्रेंस प्वाइंट पर पार्किंग, मल्टीलेवल पार्किंग, और यहां से नगर के अंदर जाने के लिए इलेक्ट्रिकल वाहनों की व्यवस्था की जाएगी।