बाघमारा (धनबाद): झारखंड राज्य के धनबाद जिले में स्थित बाघमारा प्रखंड में पर्यटन विकास का काम होगा। इस काम के लिए धनबाद जिला प्रशासन द्वारा 5 मंदिरों चयनित किया गया है। इन मंदिरों का सौंदर्यीकरण के साथ साथ पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भी विकसित किया जाएगा। लिलोरी मंदिर कतरासगढ़, बूढ़ा बाबा मंदिर झींझीपहाड़ी, रामराज मंदिर चिटाही, शिव मंदिर पतराकुल्ही एवं लिलोरी मंदिर गंगापुर ये पाँच मंदिर है जिनके प्रशासन द्वारा चिन्हित किया गया है। होने वाले विकाश से सम्बंधित बाघमरा के सीओ के रिपोर्ट माँगी गई है जिसमें मंदिर की जानकरी, मंदिर के आसपास पार्क, झूले और गाड़ियों की पार्किंग की विस्तृत जानकरी देनी होगी। सीओ से जिला परियोजना पदाधिकारी द्वारा माँगा गया है।
बताया जा रहा है कि इन मंदिरों का विकास पर्यटन स्थल में होने के बाद भारत के पर्यटन मानचित्र पर ये मंदिर चिन्हित होंगे। ऐसा करने से देश के अलग अलग कोने में बैठे पर्यटकों की जानकरी मिल पाएगी। इस मंदिर की विशेषता और बाक़ी जानकरी लोगों को आसानी से मिल पाएगी। ऐसा करने से काफ़ी संख्या में पर्यटक इस जगह पर आएँगे। इस स्थान पर मंदिर के दर्शन के साथ साथ घूमने के नज़रिए से भी भारी संख्या में पर्यटक आएँगे।
राज्य सरकार के द्वारा इस स्थान पर कुछ सरकारी सुविधाएँ भी उपलब्ध कराई जाएगी जिससे मंदिर का दर्शन को अलग अलग राज्य से आने वाले पर्यटकों किसी तरीक़े की परेशानी नहीं होगी। हालाँकि इन सुविधा के बदले कुछ शुल्क भी देने होंगे जिससे आने वाले वक़्त में सरकार के राजस्व में वृधि होगी।
पर्यटन स्थल बनाए जाने के बाद मंदिर के आसपास के क्षेत्र में में काफ़ी विकाश होने की उम्मीद की जा रही है। मंदिर तक आने जाने के लिए परिवहन के संसाधनो में बढ़ोतरी होगी। साथ ही पर्यटकों की सुविधा के लिए छोटे और बड़े तौर पर होटल, लौज आदि बनाए जाएँगे जिससे वहाँ के लोगों के लिए रोज़गार भी मिलेगी साथ ही आय में बढ़ोतरी भी होगी।