मुंबई: गणेश उत्सव का ख़ुमार पूरे देश में छाया हुआ है। हर जगह पर तरह तरह के कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जा रहा है। इस दौरान मुंबई के कुछ जगहों पर बप्पा के मूर्ति का विसर्जन भी शुरू हो गया। गणेश उत्सव दस दिनों तक चलता है और लोगों द्वारा मूर्तियाँ स्थापित करी जाती है परंतु कुछ लोग बप्पा की मूर्ति का विसर्जन डेढ़ दिन के बाद भी कर देते हैं।
बताया जा रहा की गणेश उत्सव के दूसरे दिन बहुत सारी मूर्तियों का विसर्जन कर गया। कई परिवार वालों के द्वारा गणेश जी की प्रतिमा का विसर्जन करा गया। एक आँकड़े के अनुसार 6000 से ज्यादा भगवान गणेश की प्रतिमा को मुंबई में विसर्जित करा गया।
बृहन्मुंबई नगर पालिका (BMC) द्वारा जारी करी गई एक विज्ञप्ति के अनुसार गुरुवार के शाम छह बजे तक 6,034 मूर्तियों का विसर्जन किया जा चुका था। इसमें 5,936 घरेलू मूर्तियाँ थी तो 36 सामुदायिक यानी सार्वजनिक स्थान पर रखी गई मूर्तियाँ थी।
3,000 के लगभग मूर्तियों का विसर्जन कृत्रिम तालाबों में करा गया। BMC के वरिष्ठ अधिकारी के द्वारा बताया गया कि 2,076 मूर्तियाँ ऐसी थी जो घर में रखी गई थी तो वहीं 16 मूर्तियाँ सार्वजनिक तौर पर थीं जिनका विसर्जन ऐसे कृत्रिम तालाबों में करा गया। BMC का इस बार उद्देश्य है की ज्यादा से ज्यादा मूर्तियों का विसर्जन की कृत्रिम तालाबों में ही हो।
इन कृत्रिम तालाब में बीते शाम गणेश जी की मूर्ति के साथ 28 हरतालिका की मूर्तियों का भी विसर्जन करा गया। हरतालिका तीज के अवसर पर कुछ परिवार वालों के द्वारा मूर्ति स्थापित करने का चलन है।
BMC द्वारा सुरक्षा के मद्देनज़र शहर में 188 नियंत्रण कक्ष बनाए गए है, इन नियंत्रण कक्षों से शहर में गणेश उत्सव के दौरान नज़र राखी जाएगी। साथ ही समुद्र तट और अन्य विसर्जन वाले जगहों पर ‘लाइफगार्ड’ की नियुक्ति करी गई है । 786 ‘लाइफगार्ड’ की मदद से विसर्जन वाले जगहों पर होने वाली अनहोनी को रोका जाएगा। इसके अलावे BMC द्वारा विसर्जन से सम्बंधित ख़ास इंतज़ाम किए गए हैं इसमें 188 चिकित्सा केंद्र बनाए गए हैं। ख़ास विसर्जन वाले जगहों पर 83 एम्बुलेंस की तैनाती भी की गई है। मुंबई में कुछ मूर्ति काफ़ी बड़े आकर की होती है ऐसे में BMC द्वारा इन बड़ी मूर्तियों के विसर्जन के लिए 45मोटर बोट और 39 नाव की व्यवस्था भी करी गई है।