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क्या है पौष पूर्णिमा का महत्व ? क्यों की जाती है सूर्य और चंद्रमा की एक साथ पूजा ?

हिन्दू पंचांग के अनुसार प्रत्येक मास का अपना महत्व होता है, इस प्रकार पौष मास का भी अपना महत्व है। हिन्दी कैलेंडर के अनुसार पौष मास 10वां महीना है। पौष माह में शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को पौष पूर्णिमा कहा जाता है। पूर्णिमा की तिथि चंद्रमा को प्रिय होती है और इस दिन चंद्रमा अपने पूर्ण आकार में होता है। पौष पूर्णिमा के दिन दान का विशेष महत्व बताया गया है। पौष मास की पूर्णिमा के दिन पुण्य नगरी काशी, प्रयागराज और देव भूमि हरिद्वार में गंगा स्नान का बड़ा महत्व होता है।

पौष पूर्णिमा का महत्व

पौष मास को सूर्य देव का महीना कहा जाता है। इस मास में सूर्य देव की आराधना से मनुष्य को मोक्ष की प्राप्ति होती है। इसलिए पौष पूर्णिमा के दिन पवित्र नदियों में स्नान और सूर्य देव को अर्घ्य देने की परंपरा है, क्यूंकि पौष का महीना सूर्य देव का माह है और पूर्णिमा चंद्रमा की तिथि है। अतः सूर्य और चंद्रमा का यह अद्भूत संगम पौष पूर्णिमा की तिथि को ही होता है। सूर्य और चंद्र पृथ्वी के आधार हैं जो अपने नियमों का पालन करते हुए प्रत्येक मास, गृह और ऋतुओं को परिवर्तित करते हैं। इस दिन सूर्य और चंद्रमा दोनों के पूजन से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं।

पौष पूर्णिमा को हुआ देवी दुर्गा का शाकुम्भरी अवतार

पौष मास की पूर्णिमा को शाकुम्भरी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। पौष मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि से गुप्त नवरात्र अर्थात शाकुम्भरी नवरात्र शुरू हो जाते हैं, जो पौष पूर्णिमा को समाप्त होते हैं, इसलिए इस पूर्णिमा को शाकुम्भरी जयंती के रूप में भी मनाया जाता है।

हिंदू धर्म और मान्यताओं के अनुसार, एक समय भीषण अकाल के कारण पृथ्वी पर जल, वनस्पति और औषधि की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई थी, तब भगवती पराम्बा माँ दुर्गा ने मानव कल्याण के लिए पौष मास की पूर्णिमा तिथि को चन्द्रमा के पूर्ण स्वरूप के समय माँ शाकुम्भरी देवी के रूप में अवतार लिया था। इसे आदिशक्ति माँ भगवती का सौम्य रूप भी कहा जाता है। शाकुम्भरी का अर्थ होता है शाक, फल और वनस्पति की देवी, इसलिए इन्हें सब्जियों और फलों की देवी के रूप में पूजा जाता है। इस दिन असहायों को अन्न, शाक (कच्ची सब्जी), फल और जल का दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है जिससे देवी दुर्गा प्रसन्न होती हैं।

रमन शर्मा