‘जय केदार’ के उद्घोष के साथ खुले बाबा केदार के द्वार
देवभूमि उत्तराखंड में अक्षय तृतीया से चारधाम यात्रा शुरू हो चुकी है। पहले यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के कपाट खुले और अब इसी क्रम में केदारनाथ धाम के कपाट भी भक्तों के लिए खोल दिये गए। 2 मई (शुक्रवार) सुबह सात बजे पूरे विधि विधान के साथ यह अनुष्ठान संपन्न किया गया जिसमें राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपनी पत्नी के साथ मौजूद रहे। पुजारियों के वैदिक मंत्रोच्चार और भक्तों के 'हर-हर महादेव' के जयकारोंके बीच कपाट खोलने का दृश्य अविस्मरणीय बन गया। इस दौरान श्रद्धालुओं पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा भी की गई। इस दौरान 15 हजार से भी ज्यादा श्रद्धालु पहुंचे थे। इस अवसर पर पूरे धाम को 108 क्विंटल फूलों से सजाया गया।
इससे पहले गुरुवार को ही बाबा केदार की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली केदारनाथ धाम पहुंची थी। यह डोली ओंकारेश्वर मंदिर, ऊखीमठ से 27 अप्रैल को निकली थी, जो कि बाबा का शीतकालीन प्रवास स्थल है। इस पूरी यात्रा में डोली गुप्तकाशी, फाटा और गौरीकुंड होते हुए धाम तक पहुंची। हर साल सर्दियों में बर्फबारी के चलते केदारनाथ मंदिर बंद कर दिया जाता है और जब गर्मियां दस्तक देती है, तो मंदिर दोबारा भक्तों के लिए खोल दिया जाता है। अब 4 तारीख (रविवार) को बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने की तैयारी शुरू हो गई है।